Saturday, 25 June 2016

"बुलंद बलिया"

"बुलंद बलिया" के नाम से काफी पहले मैंने एक पेज बनाया था. उस पेज पर बलिया के बारे में और बलिया की एक बहुत बड़ी समस्या के बारे में लिखा था. कुछ लोगों ने उसे पढ़ा भी. उस पोस्ट में बलिया के बारे में मैंने जो तथ्य दिये थे उनको बार बार दुहराने की ज़रूरत है ताकि बलिया की ज़मीन से जुड़ा हुआ हर व्यक्ति बलिया पर गर्व कर सके.
मैंने उक्त पोस्ट में इस बात का भी जिक्र किया था मैंने " बुलंद बलिया " शीर्षक क्यों चुना. मैंने लिखा है कि बलिया के प्राचीन इतिहास पर गौर करने पर स्वत: परिलक्षित होता है कि बलिया बुलंद था.
मै यहाँ पर ईमानदारी के साथ स्वीकार करता हूँ कि मैंने बलिया पर कोई प्रामाणिक किताब नहीं पढी है. मेरी जानकारी दैनिक जागरण में नॉर्थ ईस्ट रेलवे द्वारा प्रदत्त विज्ञापन पर आधारित है. दुर्भाग्य से मुझे तिथि याद नहीं हैं. मुझे लगता है कि यह 2004 की बात हैं.
उस विज्ञापन के माध्यम से उत्तर प्रदेश में पर्यटन हेतु कौन कौन शहर हैं उनकी जानकारी उपलब्ध करायी थी. उसमे बलिया के अलावा उत्तर प्रदेश के सभी प्रमुख शहरों और स्थानों की विशेषताओं के बारे में जानकारी दी गई थी. ध्यान देने वाली बात यह है कि विज्ञापन में बलिया को सबसे अधिक स्थान दिया गया था. उस विज्ञापन मे बलिया के बारे मे दो जानकारी दी गई थी उनका क्रमशः विवरण निम्नलिखित हैं :
1. बलिया ऋषि मुनियों की साधाना स्थली रहा है.
2. बलिया भृगु मुनि की तपोस्थली थी.
3. बलिया का मनियर गा भगवान परशुराम का जम स्थान हैं.
4. ब्रह्मा जी का निवास स्थान ब्रह्माईन में था जो बलिया मे हैं.
5. राम चंद्र जी के पुत्र कुश की जन्म स्थली बलिया का कुसौरा गाँव हैं.
6. बलिया के सीतकुंड मे सीता जी नहाया करती थी.
7. व्यास मुनि जिन्होंने महाभारत की रचना की का जन्म स्थान बलिया का बाँस थाना था.
8. ऋषि दुर्वासा की तपो स्थली बलिया का दुबहर गाँव था.
9. बलिया का परसिया गाँव पराशर मुनि का साधना स्थल था .
10. ऋषि वाल्मीकि जिन्होंने ने रामायण की रचना की का कार्य क्षेत्र बलिया का बहुआरा गाँव था.
11. सम्राट सहसार्जुन की राजधानी बलिया के खैरा गढ़ में थी.
12. बलिया शहर राजा बली की राजधानी था. 

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